(१) पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾:
कोविड 19 महामारी à¤à¤• à¤à¤¸à¥‡ समय पर आई है जब कोई à¤à¥€ à¤à¤¸à¥€ परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ लिठतैयार नहीं था। समूचे विशà¥à¤µ के पास महामारी के अनà¥à¤à¤µ की कमी थी। सà¥à¤ªà¥‡à¤¨à¤¿à¤¶ फà¥à¤²à¥‚ जैसी महामारियों को गठसौ साल हो चà¥à¤•à¥‡ थे। à¤à¤šâ€“वन à¤à¤¨â€“वन, जीका वायरस आदि महामारियां आई जरूर थीं मगर उनका आयाम इतना विशाल नहीं था।
नतीजतन à¤à¤¾à¤°à¤¤ समेत कई देशों ने तालाबंदी जैसे विकलà¥à¤ª को चà¥à¤¨à¤¾à¥¤ à¤à¤¾à¤°à¤¤ के लिठतो इसकी जरूरत à¤à¥€ थी कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤• तो à¤à¤¾à¤°à¤¤ का जनसंखà¥à¤¯à¤¾ घनतà¥à¤µ दूसरों से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ था दूसरा यहां पर सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ बेहद कमजोर थी। à¤à¤¸à¥‡ में सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ ढांचे को दबाव मà¥à¤•à¥à¤¤ रखने के लिठतालाबंदी बेहद जरूरी थी।
कà¥à¤µà¤¾à¤°à¥‡à¤‚टाइन, होम आइसोलेशन आदि तरीके à¤à¥€ अपनाठगठजिनका पूरà¥à¤µ में किसी के पास अनà¥à¤à¤µ नहीं था। इसका नतीजा यह हà¥à¤† की सारे काम घरों से होने लगे। बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ की पढ़ाई, ऑफिस, खरीददारी, आदि सà¤à¥€ काम घरों से संचालित होने लगे। लोग घर से बाहर निकल नहीं सकते थे।
à¤à¤¸à¥‡ हाल में लोगों में मोटापा, पेट की समसà¥à¤¯à¤¾à¤à¤‚, और नेतà¥à¤°à¤¦à¥‹à¤· जैसी बीमारियां बढ़ने लगीं। à¤à¤• ही जगह रहने का लोगों के मानसिक सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ पर पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥‚ल पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ पड़ा जिसके कारण कई लोग तनावगà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤ होने लगे। इसी तनाव के कारण घरेलू हिंसा, आतà¥à¤®à¤¹à¤¤à¥à¤¯à¤¾, पागलपन, अनिदà¥à¤°à¤¾, सर दरà¥à¤¦ जैसी कई बीमारियां सामने आई हैं। आज हम यह कह सकते हैं कि कोविड 19 ने जितना लोगों का शारीरिक नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ किया है उतना ही उनके मानसिक सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ को।
(२) मानसिक सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ की महती आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾:
आज के इस à¤à¤¾à¤—दौड़ à¤à¤°à¥‡ जीवन में मानसिक सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ बेहद जरूरी है। सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ मसà¥à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤• शांत चितà¥à¤¤ का मूल है। मनà¥à¤·à¥à¤¯ जितना शांत होता है उतना ही बेहतर ढंग से अपने करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯à¥‹à¤‚ का निरà¥à¤µà¤¹à¤¨ कर पता है। मानसिक तौर पर सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ अचà¥à¤›à¥€ नींद लेता है। समय पर सोता है– समय पर उठता है।
जलà¥à¤¦à¥€ गà¥à¤¸à¥à¤¸à¤¾ नहीं करता और à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤“ं पर संयम रखता है जिससे उसका धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ केंदà¥à¤°à¤¿à¤¤ रहता है। महातà¥à¤®à¤¾ बà¥à¤¦à¥à¤§ ने कहा है की सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ ही सबसे बड़ी संपतà¥à¤¤à¤¿ है और हर वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ अपना सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ खà¥à¤¦ ही बनाता है। मानसिक सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ न होने पर शारीरिक बल का कोई महतà¥à¤µ नहीं रह जाता। गाड़ी में ईंधन है, वो चलने के लिठà¤à¥€ तैयार खड़ी है मगर जब डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤° ही नहीं है तो वह आगे कैसे बढ़ेगी? हमारा मसà¥à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤• ही हमारा डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤° है।
(३) कोविड 19 के दौरान मानसिक सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ को कà¥à¤·à¤¤à¤¿:
इस महामारी के दौरान लोगों के मानसिक सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ को अपूरà¥à¤£à¥€à¤¯ कà¥à¤·à¤¤à¤¿ पहà¥à¤‚ची है। लोगों में तनाव, अनिदà¥à¤°à¤¾, गà¥à¤¸à¥à¤¸à¤¾, हीनà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾, दà¥à¤ƒà¤–, आदि बà¥à¤°à¥‡ लकà¥à¤·à¤£ दिखने लगे हैं। बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ की à¤à¥€ शारीरिक गतिविधियां बंद हैं और वे ऑनलाइन गेमà¥à¤¸ खेल कर हिंसक हो रहे हैं। इस महामारी के दौरान लोगों को मानसिक कà¥à¤·à¤¤à¤¿ कई कारणों से पहà¥à¤‚ची है।
कोविड 19 ने लोगों को पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ से दूर कर दिया। वे अपने घरों में बंद थे जिसके कारण उनका दोसà¥à¤¤à¥‹à¤‚, रिशà¥à¤¤à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ से मिलना संà¤à¤µ नहीं था। वे फोन पर उनसे जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ जरूर थे मगर वहां ‘वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त सà¥à¤ªà¤°à¥à¤¶â€™ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ नहीं हो सकता था। सबसे बड़ी मानसिक पीड़ा यह थी कि इस बीमारी का कोई अंत नहीं दिख रहा था।
लोगों को अपने à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ की चिंता थी। कोई नहीं जानता था कि आखिर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कितने दिन और घरों में रहना पड़ेगा। जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपना रोजगार खोया उनके लिठतो ये दà¥à¤– और à¤à¥€ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ बड़ा था। कई लोगों ने इस बीमारी में अपनों को को दिया था। उनके इलाज में बचत की हà¥à¤ˆ पूंजी लगा दी थी। अब उनके पास पैसे नहीं थे। लोगों को उनका à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ अनिशà¥à¤šà¤¿à¤¤à¤¤à¤¾ के बादलों के बीच धà¥à¤‚धला सा लग रहा था।
लोगों के पास मनोरंजन के सीमित विकलà¥à¤ª थे जिससे वकà¥à¤¤ काटना मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² हो गया था। घरों की दीवारें जेल जैसी लगने लगी थीं। à¤à¤¸à¥‡ में घरेलू à¤à¤—ड़े होना सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤• था। सà¤à¥€ तनाव में थे जिसके कारण कलह होने लगी। इस समसà¥à¤¯à¤¾ ने लोगों के मानसिक सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ को और जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ खराब किया। बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ की बात करें तो उनकी पढ़ाई बंद थी। सà¥à¤•à¥à¤°à¥€à¤¨ टाइम बढ़ने के कारण ऑनलाइन कà¥à¤²à¤¾à¤¸ में उनके लिठसà¥à¤•à¥à¤°à¥€à¤¨ पर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ केंदà¥à¤°à¤¿à¤¤ करना मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² होता जा रहा था।
à¤à¤¸à¥‡ में धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ à¤à¤Ÿà¤•à¤¨à¤¾ सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µà¤¿à¤• था। à¤à¤• विकलà¥à¤ª के तौर पर बचà¥à¤šà¥‡ ऑनलाइन गेमà¥à¤¸ की ओर जाने लगे। इससे उनके मानसिक सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ पर पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥‚ल पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ पड़ा और उनमें हिंसक पà¥à¤°à¤µà¥ƒà¤¤à¥à¤¤à¤¿ का उदय हà¥à¤†à¥¤ लोग अपने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ के लिठà¤à¥€ चिंतित थे। बढ़ती सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥ समसà¥à¤¯à¤¾à¤à¤‚, पेट की समसà¥à¤¯à¤¾à¤à¤‚, और बढ़ता वजन à¤à¥€ लोगों में गंà¤à¥€à¤° चिंता का विषय था। यही चिंता उनके मानसिक सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ पर पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥‚ल पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ डाल रही थी।
(४) मानसिक सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ हेतॠजरूरी कदम:
मानसिक सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ की देखरेख बहà¥à¤¤ जरूरी होती है। समय रहते समसà¥à¤¯à¤¾ का पता लगना कई परेशानियों से बचाता है। कà¥à¤› चीजों का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखना बहà¥à¤¤ जरूरी है। नींद की कमी तनाव का पहला लकà¥à¤·à¤£ हो सकता है। नींद की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ का सही से न होना, नींद टूटना तनाव के लकà¥à¤·à¤£ हैं।
इसके साथ घबराहट, अशांति, गà¥à¤¸à¥à¤¸à¤¾, निराशा, अतà¥à¤¯à¤§à¤¿à¤• चिंतित रहना, à¤à¥‚ख का न लगना, लोगों से मिलने का मन न करना, आदि à¤à¥€ तनाव के संकेत होते हैं। समय रहते हमें अपने सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ में परिवरà¥à¤¤à¤¨ की जांच करनी चाहिठऔर कà¥à¤› à¤à¥€ गलत लगने पर सतरà¥à¤• होने चाहिà¤à¥¤ इस कोविड 19 के दौर में सà¤à¥€ ओर अनिशà¥à¤šà¤¿à¤¤à¤¤à¤¾ वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ है तब मानसिक सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ को बरकरार रखना बहà¥à¤¤ जरूरी है। हम सà¤à¥€ को अपने मन को पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ रखना चाहिà¤à¥¤ खानपान का विशेष धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ देना चाहिठऔर शरीर में पानी की कमी नहीं होने देनी चाहिà¤à¥¤ रात को जलà¥à¤¦à¥€ खाना खाने से नींद बहà¥à¤¤ अचà¥à¤›à¥€ आती है।
अचà¥à¤›à¥€ नींद लेने के लिठरात को सोने से दो घंटे पहले ही मोबाइल, लैपटॉप, आदि को बंद कर देना चाहिà¤à¥¤ घर से बाहर नहीं निकल पा रहे तो घर पर ही योग-पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¾à¤¯à¤¾à¤® और हलà¥à¤•à¥€ कसरत करनी चाहिà¤à¥¤ जलà¥à¤¦à¥€ सोने और जलà¥à¤¦à¥€ उठने की आदत डालनी चाहिà¤à¥¤ हमें अपने à¤à¤°à¥‹à¤¸à¥‡à¤®à¤‚द लोगों में अपनी à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤à¤‚ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ कर देनी चाहिà¤à¥¤
अपने परिवार, दोसà¥à¤¤à¥‹à¤‚, पà¥à¤°à¥‡à¤®à¥€-पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤¿à¤•à¤¾, माता-पिता, आदि से अपने मन के à¤à¤¾à¤µ और अपना दà¥à¤– साà¤à¤¾ करने मन हलà¥à¤•à¤¾ हो जाता है। हमारे जीवन में सकारातà¥à¤®à¤•à¤¤à¤¾ बहà¥à¤¤ जरूरी है। किसी à¤à¥€ परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में मन में निराशा का à¤à¤¾à¤µ नहीं लाना चाहिà¤à¥¤ हमें यह याद रखना चाहिठकी संसार में अगर दà¥à¤– और विपदा है, तो सà¥à¤– और समृदà¥à¤§à¤¿ à¤à¥€ है। जैसे रात के बाद दिन का आना अटल है वैसे ही विपदा के बाद समृदà¥à¤§à¤¿ à¤à¥€ आनी अवशà¥à¤¯à¤‚à¤à¤¾à¤µà¥€ है।
(५) उपसंहार:
संसार में सà¥à¤– और दà¥à¤–, अचà¥à¤›à¤¾à¤ˆ और बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ, विपदा और समृदà¥à¤§à¤¿ सà¤à¥€ à¤à¤•-साथ चलते रहते हैं और पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ बड़ी खूबसूरती के साथ दोनो में बराबर संतà¥à¤²à¤¨ बनाठरखती है। कोविड 19 की आपदा अनिशà¥à¤šà¤¿à¤¤à¤•à¤¾à¤² तक नहीं टिकने वाली है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ समेत कई देश टीका बनाने में कामयाब हà¥à¤ हैं। वह दिन दूर नही है जब दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ इस समय से उबर जायेगी।
मौजूदा हालत में हमें खà¥à¤¦ को मानसिक मजबूती देनी होगी। मन के जीते जीत है! विपदा सà¤à¥€ को नई शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ का अवसर देती है। यही वो समय होता है जहां से पà¥à¤¨à¤°à¥à¤¨à¤¿à¤°à¥à¤®à¤¾à¤£ होता है। अतीत में कई à¤à¤¸à¥‡ अवसर आठहैं जब मनà¥à¤·à¥à¤¯ ने आपदा से लड़कर उसपर ना सिरà¥à¤« विजय पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ की बलà¥à¤•à¤¿ वहां से उसने à¤à¤• नई सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ की नींव रखी।
कोविड 19 ने जीवनचरà¥à¤¯à¤¾ बदली जरूर है मगर उससे हमारे सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ पर पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥‚ल पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ न पड़े इसलिठहमे सतरà¥à¤• होना होगा। अगर हम अपनी दिनचरà¥à¤¯à¤¾ में थोड़े बदलाव लाà¤à¤‚ तो वह दिन दूर नही जब हम à¤à¤• नठयà¥à¤— में अलग अनà¥à¤à¤µ के साथ कदम रख रहे होंगे। इसी परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में उमà¥à¤®à¥€à¤¦ बांधने के लिठमैने लिखा है,
माना की है ये दौर मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤²à¥‹à¤‚ का,
मगर जिंदगी अब à¤à¥€ हाथों में है।
जमाने का à¤à¥€ बन चà¥à¤•à¤¾ है तमाशा,
शà¥à¤•à¥à¤° है, जिंदगी अब à¤à¥€ हाथों में है।।
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